एक दिन चमत्कार होगा और हमारी किस्मत बदल जाएगी...अगर हम ऐसा सोचते रहेंगे
तो पूरी ज़िंदगी बीत जाएगी और वो दिन कभी नहीं आएगा...इसलिए हम जहां
हैं..जैसे भी हालात में हैं...वहीं से एक नई शुरुआत करें...बुरे से बुरे
हालात में भी अगर हम टूटे नहीं...भरोसा बनाए रखें और खुश रहना शुरू कर
दें...तो किस्मत अपने आप ही बदलने लगेगी...क्योंकि किस्मत भी उन्ही का साथ
देती है जो अपनी मदद खुद करते हैं...
मोहब्बत करने वाले रोज़ थोड़ा-थोड़ा मरा करते हैं..क्योंकि किसी और को अपना हिस्सा बनाने के लिए खुद को मिटाना पड़ता है..तभी दूसरे के लिए जगह बनती है..अपना वजूद जितना मिटेगा, उतना ही प्यार बढ़ता चला जाएगा..ज़रूरी नहीं है कि जितनी प्रीत आप कर सकते हो, उतनी वापस भी मिल जाए..क्योंकि प्रेम तो केवल वही निभा सकते हैं जिन्हें दर्द के नूर में तप-तप कर संवरना आता है..प्रेमी अगर मिल जाएं तो 'राधा-कृष्ण'..और ना मिल पाएं तो 'मीरा-कृष्ण'..
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