दूसरे खुशी ना दे तो खुद ही खुश हो लो..कोई और हंसाए नहीं तो खुद ही अपने हंसने का सामान जुटा लो..आए थे अकेले..जाना भी अकेले है..तो खुश रहने के लिए किसी और का मुंह क्यों ताकना..जो अच्छा लगे उस पर मुस्कुरा लो और जो बुरा लगे उसे भी हंस कर टाल दो..दुखी रह कर तो हर इंसान जी लेता है कभी खुश रह कर भी जीना सीखो.. Anshupriya Prasad
दूसरे खुशी ना दे तो खुद ही खुश हो लो..कोई और हंसाए नहीं तो खुद ही अपने हंसने का सामान जुटा लो..आए थे अकेले..जाना भी अकेले है..तो खुश रहने के लिए किसी और का मुंह क्यों ताकना..जो अच्छा लगे उस पर मुस्कुरा लो और जो बुरा लगे उसे भी हंस कर टाल दो..दुखी रह कर तो हर इंसान जी लेता है कभी खुश रह कर भी जीना सीखो.. Anshupriya Prasad
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