बहुत रो लिया..बहुत सो लिया..
अब नींद से जगी हूं मैं..अब दर्द से उबरी हूं मैं..
अब ना रुकना है..ना थकना है..बस चलते ही जाना है..
रास्ते, कठिन हैं..मंज़िलें, ओझल हैं..
लेकिन दिल में हौसलों का जोश है..मन में उमंगों की उड़ान है..
ये नया आज है..जिसकी दहलीज़ पर सुनहरे कल का सूरज दस्तक दे रहा है
गौर से सुनोगे तो ये दस्तक तुम्हें भी सुनाई देगी..
क्योंकि उम्मीदों का ये सूरज सिर्फ मेरा नहीं, हम सबका है.. +anshupriya prasad
अब नींद से जगी हूं मैं..अब दर्द से उबरी हूं मैं..
अब ना रुकना है..ना थकना है..बस चलते ही जाना है..
रास्ते, कठिन हैं..मंज़िलें, ओझल हैं..
लेकिन दिल में हौसलों का जोश है..मन में उमंगों की उड़ान है..
ये नया आज है..जिसकी दहलीज़ पर सुनहरे कल का सूरज दस्तक दे रहा है
गौर से सुनोगे तो ये दस्तक तुम्हें भी सुनाई देगी..
क्योंकि उम्मीदों का ये सूरज सिर्फ मेरा नहीं, हम सबका है.. +anshupriya prasad
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