इस दुनिया में कोई भी ऐसा नहीं है जिसे नेमतों (Blessings) से ना बख्शा गया हो..लेकिन अगर फिर भी किसी को ऐसा लगता है कि ज़िंदगी ने मुझे कुछ भी नहीं दिया..तो वो सिर्फ दिल से ही नहीं दिमाग से भी गरीब है..क्योंकि जो हमें मिला है उसे झुठलाया नहीं जा सकता..बहुतों के पास तो उतना भी नहीं होता..लेकिन फिर भी वो ज़िंदगी जीने का हौसला रखते हैं..सच तो ये है कि शुक्रगुज़ार बने बिना बेहतरी की राह पर चलना मुमकिन नहीं..जो मिला है उसकी कदर करना सीखो..क्योंकि यही हमारी ताकत है..इसी से हमें हिम्मत मिलती है..और बिना हिम्मत के सपनों के सफ़र तय नहीं किए जाते.. +anshupriya prasad
मोहब्बत करने वाले रोज़ थोड़ा-थोड़ा मरा करते हैं..क्योंकि किसी और को अपना हिस्सा बनाने के लिए खुद को मिटाना पड़ता है..तभी दूसरे के लिए जगह बनती है..अपना वजूद जितना मिटेगा, उतना ही प्यार बढ़ता चला जाएगा..ज़रूरी नहीं है कि जितनी प्रीत आप कर सकते हो, उतनी वापस भी मिल जाए..क्योंकि प्रेम तो केवल वही निभा सकते हैं जिन्हें दर्द के नूर में तप-तप कर संवरना आता है..प्रेमी अगर मिल जाएं तो 'राधा-कृष्ण'..और ना मिल पाएं तो 'मीरा-कृष्ण'..
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