तैतींस करोड़ देवी-देवता सिर्फ इसलिए नहीं बताए गए कि हाथ जोड़ लिए और हो गई छुट्टी..इनमें से हरेक की ज़िंदगी से कुछ ना कुछ सीखने योग्य है..इन सभी ने विपरीत परिस्थितियों (adversities) में अदम्य साहस, बेजोड़ लगन और असाधारण काबलियत का परिचय दिया है..तभी तो सदियों बाद भी हम उन्हें याद करते हैं..असली मायनों में ये देवी-देवता नहीं अपने-अपने समय के महानायक हैं..क्या स्त्री और क्या पुरुष..सबने बुरे से बुरे हालात में अपनी योग्यता साबित की है..ये मिसाल हैं इस बात की कि हर इंसान इन्ही की ही तरह काबिल है..और हम सभी में महानायक बनने की क्षमता है..क्योंकि इस दुनिया में ऐसा कोई काम नहीं है जिसे हम कर नहीं सकते..बस हमें अपने आपको इस बात का यकीन दिलाने की ज़रूरत है.. +anshupriya prasad
जब ज़िंदगी उलटी दिशा में बहे..तो अड़ जाना, दोगुना जोश जगाना..जब सब कुछ बिगड़ता दिखाई दे तो अपने आप पर और अपने ईश्वर (Divine Energy) पर भरोसा, और बढ़ाना..क्योंकि जिस वक्त हम हिम्मत हारते हैं ना..उसी समय हमें सबसे ज्यादा हिम्मत रखने की आवश्यकता (Need) होती है.. आसान वक्त तो अपने आप ही कट जाता है..लेकिन मुश्किल समय में हमें ज़्यादा उम्मीद, ज़्यादा लगन और ज़्यादा विश्वास की ज़रूरत पड़ती है...यही वो समय है जब हमें ज़िद करनी है..अपना शौर्य, अपना दम-खम साबित करना है..अपने अंदर इतना विश्वास (Faith) जगाना है कि हमारे रोम-रोम को इस बात का यकीन हो जाए कि हमारे साथ जो भी होगा वो अच्छा ही होगा..ऐसा करने से ना सिर्फ हमारा मन शांत रहेगा बल्कि भविष्य को लेकर सारे डर भी खत्म हो जाएंगे..फिर हम जिस तरफ भी कोशिश करेंगे उसका नतीजा अच्छा ही होगा.. जब हम आज के हालात से निपटना सीख लेंगे, उसमें खरे उतरेंगे..तभी तो एक बेहतर दुनिया के दरवाजे खुलेंगे..
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