रोकना नहीं, अपने आप को बहने देना..
जो बात मन में अधूरी थी, उसे कह देना..
कोरोना ने हालात बदले, लेकिन जज़्बात नहीं..
तुम मन की परतों को, धीरे-धीरे खुलने देना..
इस होली, तन भीगे या ना भीगे..
तुम दिल के हर कोने को, सतरंगी रंगों से भर लेना..
रंग ऐसा, जो चढ़े तो ना उतरे कभी
बेरंग सी रूह को, सच्चे रंगों से रंग लेना..
इस होली, तन भीगे या ना भीगे..
तुम दिल के हर कोने को, सतरंगी रंगों से भर लेना..
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