किसी भी शख्स को देखकर ये अंदाजा़ लगाया जा सकता है कि 10 साल पहले वो कैसा था..अगर वो खुश है..तो इसका मतलब है कि पिछले कुछ समय से वो अपनी खुशियों के लिए कोशिश कर रहा है..अगर वो दुखी है तो इसके मायने हैं कि वो बिना सोचे-समझे बस जिए जा रहा है..क्योंकि हम आज जो भी करते हैं उसका असर अगले 5 से 10 सालों में दिखाई देने लगता है..इसलिए अभी से अपना लक्ष्य बनाएं कि अगले 10 साल बाद आप कैसी ज़िंदगी चाहते हैं..जो सोचा है उस पर डटे रहें.. मुश्किलें आने पर भी निराश ना हों..कुछ ही समय में इसका असर दिखाई देगा और हर रास्ता, मंज़िल की तरफ खुलने लगेगा.. +anshupriya prasad
मोहब्बत करने वाले रोज़ थोड़ा-थोड़ा मरा करते हैं..क्योंकि किसी और को अपना हिस्सा बनाने के लिए खुद को मिटाना पड़ता है..तभी दूसरे के लिए जगह बनती है..अपना वजूद जितना मिटेगा, उतना ही प्यार बढ़ता चला जाएगा..ज़रूरी नहीं है कि जितनी प्रीत आप कर सकते हो, उतनी वापस भी मिल जाए..क्योंकि प्रेम तो केवल वही निभा सकते हैं जिन्हें दर्द के नूर में तप-तप कर संवरना आता है..प्रेमी अगर मिल जाएं तो 'राधा-कृष्ण'..और ना मिल पाएं तो 'मीरा-कृष्ण'..
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