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Showing posts from 2015

इश्क सूफ़ियाना

शाम को तुम्हारी तस्वीर रोज़ एक दफा देखती हूं तो सुकून ऐसा मानो दिन भर सड़कों पर भटकने के बाद किसी ने दोनों पैरों को गर्म कुनकुने पानी में डाल दिया हो, सारी परेशानियां, सारे के सारे फिक्र, चंद लम्हात में काफूर हो जाते हैं...और बच जाता है तो तुम्हारी मोहब्बत का वो एहसास... वैसे तुम्हारे साथ हमेशा न रह पाने का मलाल तो है, लेकिन इस बात का सुकून भी कि मैं तो कब का तुम्हारी आंखों में अपना आशियाना बना कर, तुम्हारी परछाइयों में शामिल हो चुकी हूं...(नाज़)

ज़िंदगी एक उत्सव

बड़े से बड़ा इंसान, जिसे देखकर हमें ये लगता है कि अरे, इसकी ज़िंदगी में क्या दुख हो सकता है..सब कुछ तो है इसके पास...लेकिन वो इंसान भी अंदर से इतना दुखी हो सकता है जिसका हम अंदाज़ा नहीं लगा सकते...क्योंकि बाहरी चीज़ों से हमारी ज़िंदगी कभी भी परफेक्ट नहीं बनती...रुपया-पैसा, ज़मीन-जायदाद, खानदान-रुतबा, शोहरत-ताकत.. ये सब बाहरी चीजें हैं...अगर हम अंदर से दुखी हैं तो इन चीज़ों से कभी भी सुख नहीं मिल सकता...दुखी और हताश मन को हर चीज बुरी लगती है...रोशनी देखकर मन उदास हो जाता है... हंसी की खनखनाहट दिल में चुभती है...फूल बेरंग और चिड़ियों की चहचआहट कर्कश लगती है...लेकिन जब हम खुश होते हैं तो ये दुनिया अचानक से जीने लायक हो जाती है...चीजें वहीं रहती हैं लेकिन उन्हे देखने का नज़रिया बदल जाता है...और हर दिन एक उत्सव (celebration) बन जाता है...इसलिए खुश रहने की आदत डालिए...अपने मन पर काम कीजिए और उसे ऐसा बनाइये कि वो हर हाल, हर परिस्थिति में खुश रहे....दुख जैसे आता है वैसे चला भी जाता है...इसलिए दुख में डूबे नहीं...और ज़िंदगी की दूसरी बेहतरीन चीज़ों के लिए हमेशा शुक्रगुज़ार बने र

मुस्कुराते रहो

हर सुबह की शुरुआत एक प्यारी सी मुस्कान से हो..नींद खुलते ही किसी और को नहीं बल्कि अपने आपको एक बड़ी सी स्माइल दो..क्योंकि इस दुनिया में आपसे बेहतर इंसान कोई नहीं है..सिर्फ 2 मिनट..मुस्कुराओ और पूरे शरीर में लाखों स्माइलीज़ की गुदगुदी महसूस करो..दिनभर खुश रहने का इससे बेहतर कोई और क्रेश कोर्स नहीं है..दर्द से सीना छलनी हो तब भी मुस्कुराओ..आंसुओं से आंख नम हो तब भी मुस्कुराओ..क्योंकि ये लम्हा, जो इस पल हम जी रहे हैं..वो दोबारा कभी नहीं आएगा..तो क्यों ना इसे इतना खुशगवार बना दें कि दुख-दर्द का नामोनिशान मिट जाए..वैसे भी कहते हैं ज़िंदगी, ज़िंदादिली का नाम है..मुर्दा-दिल क्या ख़ाक जिया करते हैं.. Anshupriya Prasad

Cute Friend

                                    मेरे दोस्त से मिलोगे...ये लो..देखो इसे...कितना cute है..

First Day of a Life

                     इस दुनिया में मेरा पहला दिन...आंख तो खुलती नहीं..आप सबको देखूं कैसे...

Little Butterfly

                                                     तितली बन मैं उड़ चली...

शेर से सामना

                                           जंगल के राजा को छूना तो शेरों का शौक है...

सुपर मॉडल्स

                              बुआ की गोद में 'चिक्की' कभी खिलखिलाए तो कभी शरमाए..

you are my everything

                                                      तेरा साथ है तो मुझे क्या कमी है...

चाहत के रंग

                               कुछ ख्वाहिशें थी दिल में.. जिन्हें केवल बंद आखों से ही देखा था..                                कुछ चाहते थी.. जिसे कभी पूरा करने की चाहत न हुई...                                कुछ आवाज़े थी.. ज़हन में, जिसे कभी सुना ही नही...                                ना जाने कैसे कोई...कुछ पल में ख्वाहिशें पूरी कर गया                                चाहतो में रंग भर गया..                                ज़हन की अनसुनी अवाज़ो को अपनी जुबान दे गया...

Be Happy

                                                    हंसते-हंसते कट जाएं रस्ते...

Time is Fleeting

                                     क्यों रेत की तरह हाथ से फिसल जाती है ज़िंदगी...

बस इतना सा ख्वाब है..

                                       गिरती बूंदों को थामने की ख्वाहिश...                                        तेरे दिल में उतरने की ख्वाहिश...                                        इतनी सी हसरतें लेकर मैं उड़ चला हूं अपने सफ़र पर....

टिप-टिप बरसे पानी..

                                         सावन की बूंदे जब दिल में उतर जाएं...

A Beautiful Evening

कभी-कभी शाम ऐसे ढलती है कि कोई-कोई चेहरा अक्स बनकर दिल में उतर जाता है...ठहर जा ए ज़िंदगी...इन लम्हों को पलकों में भर लूं तो चलूं....

Swadesh

                           दिल में तेरी चाहत..लबों पर तेरा नाम..मां तुझे सलाम...

Live Life like a Rose

ज़िंदगी से गुलाब वाली मोहब्बत करो...जिस तरह से मिट्टी और कांटों के बीच रहकर भी गुलाब खिलता है और अपनी खुशबू बिखेरता है...उसी तरह से हिकारत, नफ़रत और दुख-दर्द के बीच हर रोज़ गुलाब की तरह खिलो...और इंसानियत की खुशबू बिखेरो...इसी में जीवन की शालीनता (Grace) है...इतिहास गवाह है जिसने भी अपनी ज़िंदगी शालीनता के साथ (with Grace) जी...वो मरकर भी अमर हो गया...तो आम नहीं खास बनो...लोगों के दिल में रहो...ईंट-सीमेंट के घर में तो सभी रहा करते हैं...अंशुप्रिया प्रसाद https://www.facebook.com/AnshupriyaPrasadjournalist/

मेरी मां

जब पापा डांटते हैं गलतियों पर...तब प्यार से गले लगाती है माँ.. अपने पेट को काट कर हमें एक रोटी ज्यादा खिलाती वो निस्वार्थ अन्नदात्री है मेरी माँ.. अगर गिर जाऊं कहीं या लड़खड़ा जाऊं अंधेरों में..तो फिर से उंगली पकड़कर मुझे चलना सिखाती है मेरी माँ...

Friendship is Worship

                            दोस्तों के बिना ज़िंदगी अधूरी है...क्योंकि हर friend ज़रूरी होता है..

Cold Connection

                                  मंडप के नीचे...जब दूल्हा-दुल्हन को एक साथ आई छींक...

ये इश्क नहीं आसां

                                   इश्क, जो तूफ़ानी दुनिया से बगावत कर जाए..वो इश्क..                                    भरे दरबार में जो दुनिया से लड़ जाए..वो इश्क..                                    जो महबूब को देखे तो खुदा को भूल जाए..वो इश्क..

बिन तेरे..

मैं सांसे लेना कैसे भूल सकती हूं कि आप जब तक इन सांसों से जुड़े हो...ये life हमेशा तुम्हारी रहेगी क्योंकि इस life को ज़िंदगी बनाया आपने...(so says girl in the pic)

मेरी दुनिया

                                         मेरी छोटी सी दुनिया..जहां सिर्फ मैं ही मैं हूं...

मुझे तेरी ज़रूरत है..

शायद तेरे साथ के बिना life का मतलब कुछ और ही है...शायद तेरी आवाज़ सुने बिना ज़िंदगी अधूरी है...हाथों को मिलाकर चले थे...इस हाथ को थाम कर रखना भी ज़रूरी है...और अगर तुम साथ हो तो मेरी ज़िंदगी पूरी है...

Power of Love

मोहब्बत तब और भी खूबसूरत हो जाती है जब कोई मिलता नहीं है...दिल में हमेशा इसकी मीठी-मीठी टीस उठती रहती है...कभी ये गमों का अंधेरा बनकर छा जाती है तो कभी खुशनुमा धूप बनकर रोम-रोम में बस जाती है...प्यार के इस खूबसूरत अहसास को जाया मत करो...मोहब्बत की ताकत को समझो...किसी और के लिए ही सही...अपनी ज़िंदगी को ऐसा बनाओ कि वो भी एक दिन खुद ये सोचने पर मजबूर हो जाए कि मैंने क्या खोया...धीरे-धीरे नाकाम मोहब्बत की आग में सुलगते रहो...और जो मिला नहीं उसका शुक्रिया अदा करो....क्योंकि उसने आपको एक वजह दी है अपनी ज़िंदगी को संवारने की..वैसे भी कहते हैं कि जो मज़ा इंतज़ार में है वो मुलाकात में कहां? You can also connect with me at https://www.facebook.com/AnshupriyaPrasadjournalist/

युवा जोश

                                                       हम भी हैं जोश में..

Live Life King size

ज़िंदगी का लम्हा बहुत छोटा सा है...कल की कोई बुनियाद नहीं है और आने वाला खूबसूरत पल सिर्फ सपने में ही है.. तमन्नाओं से भरे इस life में हम सिर्फ भाग रहे हैं... कुछ रफ़्तार धीमी करो.. मेरे दोस्त...और इस ज़िंदगी को जियो..खूब जियो..

Love everyone

जिंदगी की दौड़ में कुछ देर तो रुक जा ए मेरे दोस्त... बोलने वाले इंसान से ज्यादा इस जानवर में अहसासों को महसूस करने की ताकत है

कोई तो सुलझा दे

                 नशे की खुमारी अभी उतरी भी नहीं..और ज़िंदगी बिखर गई इन बालों की तरह..

Forever Young

जब तक अरमानों में आसमानों में उड़ने की चाहत है तब तक आप young हैं...जब तक आपके इरादे मजबूत हैं तब तक आप young हैं...क्योंकि दुनिया हौसलों से चलती है ताकत से नहीं...जो भी करो 100% करो...उसे अपनी ज़िंदगी बना लो...लेकिन अगर फिर भी ना मिले तो दिल पर कोई बोझ ना लो...क्योंकि मेहनत के बाद ही जीत है... 

Leave Self Pity

किसी ने गिरेबान पकड़कर आतंकवादी नहीं कहा लेकिन फिर भी आंख से आंसू टपकने लगे...किसी ने नाम लेकर गद्दार नहीं बुलाया लेकिन फिर भी गुस्से में खुद को ही कहने लगे...अगर किसी एक सिरफिरे ने ज़हर उगल दिया तो सबको पराया कर दिया...अपने सीने में इतना दर्द और तिरस्कार लेकर क्यों घूम रहे हो भाई...जो हो गया उसमें कब तक जियोगे और जो हुआ नहीं उससे कब तक डरोगे...ऐसी कौनसी सरकार है जिसमें इतनी हिम्मत है कि वो अल्पसंख्यकों को उनके अधिकारों से वंचित रख सके...और ये कौनसी किताब में लिखा है कि हिन्दू सिर्फ हिन्दुओं को और मुसलमान सिर्फ मुसलमानों को ही सही मानें...21वीं सदी है...ठोक-बजाकर तौलो और जो सही लगे उसकी बात मानो...हमारा दुश्मन कोई धर्म और पार्टी नहीं बल्कि गरीबी है...और गरीबी भगाने का एक ही तरीका है पढ़ाई-लिखाई...जितना हम पढ़ेंगे समाज में उतनी ही हमारी इज्ज़त और ताकत बढ़ेगी...इसलिए Self Pity छोड़ो और आगे बढ़ने की कोशिश करो...क्योंकि ये ज़िंदगी नफ़रत के लिए बहुत छोटी है...

गौर से देखो

                                           दो जासूस करें महसूस कि दुनिया बड़ी ख़राब है...

गुलाबी दुनिया

                            गुलाल के इन रंगों की तरह तुमने मेरी ज़िंदगी में कितने रंग भर दिए हैं...

नन्ही दुनियादारी

                                                इतनी बड़ी दुनिया और मैं इतनी छोटी?

Let's Unite

इंडिया में रहने वाले हिन्दुओं और मुसलमानों को ये अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए कि उन्हे और उनकी आने वाली पीढ़ियों को यहीं रहना है एक साथ..हमेशा-हमेशा के लिए..हमारे लिए किसी भी और देश के दरवाजे खुले नहीं हैं..क्योंकि हम नर्म दिल और देश से प्यार करने वाले इंसान हैं..कट्टर नहीं..लेकिन फिर भी जब कोई सेलिब्रिटी, नेता या चरमपंथी अपने फायदे के लिए लोगों को धर्म के नाम पर बरगलाता है तो उसे सबक सिखाने की बजाए..हम आपस में ही लड़ने लगते हैं..सोशल मीडिया पर गालियों और ज़हरीले शब्दों का अंब ार लग जाता है..हमारे देश में डर का माहौल है नहीं उसे बनाया जा रहा है..अल्पसंख्यकों को डराओ और वोट लूटो की राजनीति में हम क्यों फंसे..अपने ही देश में हम क्यों एक-दूसरे से डर के रहें...अगर सरकार देश की योजनाओं और नीतियों में धर्म के आधार पर भेदभाव करे तो उसका जमकर विरोध करें...लेकिन उससे पहले नहीं..समय की मांग है कि कंधे से कंधा मिलाकर देश को मजबूत बनाया जाए..वर्ना अमेरिका और चीन जैसे देश तो तैयार ही बैठे हैं हमारे अंदर की फूट का फायदा उठाने के लिए..तब देश की दुर्दशा सीरिया या अफगानिस्तान जैसी हो जा

Listen Aamir Khan

आमिर ख़ान जैसे सेलिब्रिटी को कबसे हिन्दुस्तान में रहने में ख़तरा महसूस होने लगा..क्या नहीं दिया इस देश ने उन्हे..नाम, पैसा, इज्ज़त, शोहरत सबकुछ..ना सिर्फ आमिर को बल्कि उनके पिता, दादा, पड़दादा..सबको इस देश के लोगों ने गले से लगाया..और बेशुमार दौलत से नवाज़ा..आमिर का बाल-बांका भी ना हो इसके लिए भारतीय पुलिस उन्हे दिन-रात सुरक्षा कवर देती है..लगता है फिल्मों और सत्यमेव जयते जैसे टीवी शो में एक्टिंग करते-करते आमिर अब असली ज़िंदगी में भी लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ करने लगे हैं...ख़ान साहब, अगर आपको लाइमलाइट में बने रहना है तो काम कीजिए...ड्रामा नहीं...वर्ना जिन लोगों ने आपको सिर-आंखों पर बैठाया है उन्हे आपको गिराने में ज़रा भी देर नहीं लगेगी...

Father's emotions

                                                 जब तुम हंसती हो तो मैं हंसता हूं..                                                  जब तुम रोती हो तो मैं रोता हूं..                                                  ये कैसा रिश्ता है..ये कैसा नाता है..                                                  अब मैं सिर्फ तुम्हारे लिए जीता हूं..

तेरी याद साथ है

                                                 तेरे सज़दे में झुकती रहीं मेरी निग़ाहें                                              जो तेरी याद आती है तो बांहें फैल जाती हैं..

सेल्फ़ी ले ले रे..

                                                               Selfie Queen

Wake up and Live Happily

दूसरा जन्म मिले या ना मिले...मरने के बाद स्वर्ग में जाएं या नर्क में...लेकिन एक बात तो तय है कि हर हाल में इस ज़िंदगी को खुशनुमा बनाना है...अपना हो या बेगाना...किसी को भी इतना अधिकार मत दो कि वो हमें दुखी कर सके...क्योंकि कोई हमें तभी तक परेशान कर सकता है जब तक हम परेशान होना चाहते हैं...यकीन मानिए जिस दिन से हम ये ठान लेंगे कि हमें ज़िंदगी का हर इम्तेहान मुस्कुराते हुए पास करना है..उस दिन से हमें खुश रहने से दुनिया की कोई भी ताकत रोक नहीं पाएगी...

बजरंगी पंडित

                                                      ये 10 किलो का गदा देख रहे हो..                                                       पड़ेगा तो आदमी उठेगा नहीं..                                                       उठ जाएगा..                                                       जय जय बजरंग बली..

Human butterfly

                                              उड़ने की चाह है लेकिन पंख थोड़े छोटे हैं...

Unconditional Love

मन करता है कि तुम्हे कंधे पर बिठाऊं गांव ले जाऊं और गांव के पास लगने वाला मेला तुम्हे घूम-घूम कर घुमाऊं खिलौने दिलाऊं और तुम्हारे साथ खुद खेलूं कभी हाथी बन जाऊं, कभी घोड़ा, कभी ऊंट तुम्हे अपनी पीठ पर बिठा कर दुनिया जहान दिखाऊं तुम्हे गुदगुदाऊं, तुम खिलखिलाओ और मैं खेत में खड़ी किसी फसल सा जी भर मुस्कराऊं

ये कैसा रिश्ता?

पहले कभी तुझे देखा नहीं..कभी मिला नहीं..ना कोई रिश्ता, ना नाता...फिर भी ना जाने क्यों तू लगे मुझे अपना सा...

Dabangg in Office

काम की अफ़रा-तफ़री के बीच, फ़ुर्सत के दो पल...दबंग स्टाइल

Do you believe in Angels?

                                                             एक गुमनाम परी कुछ सालों पहले रामलीला मैदान से खरीदा था मुकुट, धनुष, परी की छड़ी..परी बनकर भी गुमनाम हूं मैं...मेरी डायरी एक बिखरा पन्ना आपकी नज़र कर रही हूं... ये जो Facebook ID है न? ये कोई पहचान नहीं मेरी, बस एक मकां है, फ़क़त, गुमनामियों का एक मकाँ... जिसकी खिड़की पे बैठ कर मैं, लिखती रहती हूँ तुम्हारे नाम कई कई खत ... और छोड़ देती हूँ ...इस अजनबी मोहल्ले में ... कि कभी आओ अगर इस गली, तो पढ़ना इन खतों को... मेरी आँखों की तरह, इनमें भी अपना ही अक्स पाओगे... मेरे पास, तुम्हारा पता तो नहीं... मगर.... अपने निशां ज़रूर बचा रखे हैं... मैंने तुम्हारे लिए...

When Life asks Questions

फिर एक नयी सुबह...फिर ज़िंदगी का नया टारगेट..फिर भी मन में एक कसक कि आखिर अभी तक कितना जी पाई हूं...या बस सलटी है ज़िंदगी, जैसे तैसे....

Emotions behind the beef protest

गाय हमेशा से ही परिवार की आय और सेहत का जरिया रही है..बुरे से बुरे हालात में भी अगर घर में गाय है तो बच्चों को कम से कम दो वक्त का दूध तो नसीब हो जाता है...अगर गाय को अपने बच्चे की तरह पाला जाए तो वो भी परिवार का हिस्सा बन जाती है...घरवालों के दुख-तकलीफ़ में उसे भी आंसू बहाते देखा गया है...और इंसानों जैसे इमोशन वाले किसी भी जीव-जंतु को मारना किसी मनुष्य की हत्या करने के बराबर माना जाता है...इसलिए हिन्दुओं में गौ-दान की परंपरा है गौ-हत्या की नहीं...

Best Friend

ये मेरा सबसे अच्छा दोस्त है...बिना कहे ही ये मेरी सारी बातें समझ जाता है...